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हाथ-पैर नहीं हैं, तो भी चला पायेंगे कंप्यूटर, झारखंड के इस छात्र ने बनाया आंखों से कमांड वाला सॉफ्टवेयर

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द फॉलोअप डेस्क 

झारखंड के घाटशिला निवासी छात्र ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर डेवेलप किया है, जिसे आंखों से कमांड दिया जा सकता है। इसका मतलब है बिना हाथ-पैर वाले लोग भी इस सॉफ्टवेयर की मदद से कंप्यूटर पर काम कर सकेंगे। इस सॉफ्टवेयर से आंख की पुतलियों से टाइपिंग होगी और आंखों से ही आप माउस और कर्सर को मूव कर सकेंगे। यह सॉफ्टवेयर 12वीं के छात्र सुमित ने बनाया है। सुमित के इस सॉफ्टवेयर का प्रदर्शन 17 से 19 अक्टूबर तक चलने वाली बेंगलुरू की कंप्यूटर प्रदर्शनी में किया गया था। प्रदर्शनी में सराहना मिलने के बाद सुमित के इस सॉफ्टवेयर को जल्दी ही मार्केट में लॉन्च किया जायेगा। इसके लिए पांच विदेशी कंपनियां सुमित के साथ एमओयू कर चुकी है। साथ ही कई देशों की कंपनियों ने इच्छा जाहिर की है। 

ऐसे काम करता है सॉफ्टवेयर 

सुमित ने बताया कि ये सॉफ्टवेयर आप पेन ड्राइव में में रख सकते हैं। इस्तेमाल से पहले इसे लैपटॉप या डेस्कटॉप में लगाना है। कंप्यूटर के ऑन होते ही ये सॉफ्टवेयर आंख की पुतलियों को रीड कर लेता है। ये इसी तरह काम करता है जैसे आधाऱ कार्ड आपकी पुतलियों को रीड कर लेता है। पुतलियों के बंद और खुलने के साथ ही कर्सर नीचे और ऊपर होगा। कर्सर को दाएं और बाएं करने के लिए सिर को इसी दिशा में घुमाना होगा। इतना ही नहीं, सुमित ने बताया कि कर्सर के ऑन होते ही वर्चुअल की-बोर्ड भी ऑन हो जायेगा। इसके बाद की-बोर्ड पर आंखें टिकाकर टाइप भी किया जा सकता है। सुमित ने इस सॉफ्टवेयर का नाम आई कान्टेक्ट माउस कर्सर रखा है। 

इन कंपनियों ने किया है एमओयू 
बेंगलुरू में सॉफ्टवेयर के प्रदर्शन के बाद कई विदेशी कंपनियां इसे मार्केट में लॉन्च करने की इच्छा जता चुकी हैं। फिलहाल भारत सहित जर्मनी, फिनलैंड और इटली की कंपनियों ने सुमित के साथ एमओयू किया है। वहीं जापान, चीन और अमेजन सहित भारत की कुछ और कंपनियां भी इस सॉफ्टवेयर को लॉन्च करने की इच्छा जाहिर कर चुकी हैं। बता दें कि सुमित ने एमओयू करने के लिए अपनी स्टार्ट अप कंपनी भी बना रखी है। इस कंपनी का नाम आंजनेय इंटरप्राइजेज है।